X, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था, 10 मार्च 2025 को एक बड़े वैश्विक आउटेज का शिकार हो गया, जिससे लाखों उपयोगकर्ता अपने अकाउंट तक पहुंचने में असमर्थ रहे। अरबपति एलन मस्क के स्वामित्व वाले इस प्लेटफॉर्म में दिन भर कई बार रुकावटें आईं, जिससे अमेरिका, ब्रिटेन, भारत, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया सहित कई प्रमुख क्षेत्रों के उपयोगकर्ता प्रभावित हुए।
आर्टिकल में –
Downdetector की रिपोर्ट के अनुसार, यह आउटेज भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे (10:00 AM UTC) शुरू हुआ, फिर शाम 7:00 बजे और रात 8:44 बजे दोबारा आया। कई उपयोगकर्ता ऐप लोड नहीं कर पा रहे थे, अपनी फीड तक नहीं पहुंच पा रहे थे, और न ही कोई संदेश भेज पा रहे थे।
बाद में, एलन मस्क ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया दी और दावा किया कि X को “बड़े साइबर हमले” का निशाना बनाया गया है। हालांकि, इस दावे की कोई आधिकारिक तकनीकी व्याख्या नहीं दी गई, जिससे उपयोगकर्ता और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ इस आउटेज के वास्तविक कारण को लेकर असमंजस में पड़ गए।
आउटेज का दायरा
इस सेवा बाधा ने X के मोबाइल ऐप, वेब संस्करण और API सेवाओं को प्रभावित किया। Downdetector और अन्य मॉनिटरिंग प्लेटफॉर्म की रिपोर्ट के अनुसार:
- 56% उपयोगकर्ताओं को मोबाइल ऐप में समस्या हुई।
- 33% उपयोगकर्ता वेब ब्राउज़र के जरिए X एक्सेस नहीं कर सके।
- 11% उपयोगकर्ताओं को सर्वर कनेक्शन फेलियर का सामना करना पड़ा।
जो उपयोगकर्ता लॉग इन करने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें “Something went wrong. Try reloading” और “Failed to load tweets” जैसे एरर मैसेज दिख रहे थे।
कई घंटों के बाद कुछ उपयोगकर्ताओं को प्लेटफॉर्म तक पहुंच मिली, लेकिन कई अभी भी आउटेज की समस्या का सामना कर रहे थे।
एलन मस्क की प्रतिक्रिया और साइबर हमले का दावा
X के मालिक एलन मस्क ने कई घंटों बाद आउटेज पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया:
“X एक बड़े साइबर हमले के निशाने पर है। हमारी इंजीनियरों की टीम समस्या को ठीक करने में जुटी हुई है।”
मस्क के इस बयान ने प्लेटफॉर्म की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। कुछ साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने इसे Distributed Denial-of-Service (DDoS) अटैक होने की संभावना जताई, जिसमें हैकर्स अत्यधिक ट्रैफिक भेजकर सर्वर को क्रैश करने की कोशिश करते हैं।
हालांकि, अभी तक इस कथित हमले के स्रोत को लेकर कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है।
यूजर्स की प्रतिक्रिया अन्य प्लेटफार्मों पर
क्योंकि X डाउन था, उपयोगकर्ता अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए Reddit, Facebook और Mastodon जैसे वैकल्पिक प्लेटफार्मों का सहारा लेने लगे।
कुछ प्रमुख प्रतिक्रियाएँ:
- “जब इंस्टाग्राम या व्हाट्सएप डाउन होते हैं, तो हम X पर जाते हैं। लेकिन जब X ही डाउन हो जाए, तो कहाँ जाएं?”
- “अगर यह वास्तव में एक साइबर अटैक है, तो X को इसे लेकर अधिक पारदर्शिता बरतनी चाहिए।”
- “हर बार जब मैं रिफ्रेश करता हूँ, तो केवल खाली स्क्रीन दिखती है। क्या यह X का अंत है?”
आउटेज के संभावित कारण
एलन मस्क ने इसे साइबर अटैक बताया, लेकिन विशेषज्ञों ने कई अन्य संभावनाओं की ओर भी इशारा किया:
- साइबर अटैक (DDoS या हैकिंग) – X के सर्वर को ओवरलोड करने के लिए संगठित साइबर हमले की संभावना।
- सर्वर ओवरलोड – अचानक ट्रैफिक बढ़ने से X का इंफ्रास्ट्रक्चर संभाल नहीं पाया होगा।
- आंतरिक तकनीकी गड़बड़ी – सॉफ़्टवेयर अपडेट या गलत कॉन्फ़िगरेशन के कारण प्रणाली में गड़बड़ी हो सकती है।
- कंटेंट मॉडरेशन परिवर्तन – X अपने कंटेंट मॉडरेशन सिस्टम में बदलाव कर रहा है, जिससे सर्वर में समस्या आ सकती है।
X ने अभी तक इस आउटेज को लेकर कोई आधिकारिक तकनीकी विवरण साझा नहीं किया है।
पिछले आउटेज और बढ़ती चिंताएँ
यह पहली बार नहीं है जब X को बड़ी सेवा बाधा का सामना करना पड़ा है। पिछले एक साल में कई बार प्लेटफॉर्म डाउन हुआ:
- दिसंबर 2024 – X लगभग 6 घंटे तक बंद रहा।
- जनवरी 2025 – 3 घंटे तक ट्वीट पोस्ट करना असंभव था।
- मार्च 2025 – एक ही दिन में तीन बार आउटेज।
बार-बार होने वाले इन व्यवधानों ने X की विश्वसनीयता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
व्यापार और मीडिया पर प्रभाव
X सिर्फ एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म नहीं है, बल्कि यह व्यापार, समाचार और सरकारी संचार का एक प्रमुख साधन भी है।
प्रभावित क्षेत्र:
- मीडिया और पत्रकारिता – X पर निर्भर न्यूज़ आउटलेट्स को समाचार साझा करने में देरी हुई।
- ई-कॉमर्स और मार्केटिंग – ब्रांड्स के प्रमोशन और विज्ञापन प्रभावित हुए, जिससे वित्तीय नुकसान हुआ।
- सरकारी और आपातकालीन सेवाएँ – सरकारी एजेंसियों के लिए यह गंभीर चिंता का विषय बन सकता है।
X की छवि और संभावित खतरे
लगातार हो रहे आउटेज X की साख को नुकसान पहुँचा सकते हैं। मस्क के नेतृत्व में X में कई बदलाव हुए हैं, लेकिन ये तकनीकी असफलताएँ दर्शाती हैं कि प्लेटफ़ॉर्म की विश्वसनीयता पर ध्यान देना भी आवश्यक है।
संभावित परिणाम:
- उपयोगकर्ता विश्वास में गिरावट – लोग Mastodon, Bluesky और Threads जैसे वैकल्पिक प्लेटफार्मों की ओर रुख कर सकते हैं।
- विज्ञापनदाताओं की चिंताएँ – विज्ञापनदाता X पर निवेश करने से हिचक सकते हैं।
- नियामक जांच – सरकारें X की साइबर सुरक्षा तैयारियों पर सवाल उठा सकती हैं।
- प्रतिस्पर्धी प्लेटफार्मों का उदय – यदि X अस्थिर बना रहा, तो प्रतिस्पर्धी प्लेटफार्म लोकप्रिय हो सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय: X को क्या करना चाहिए?
तकनीकी विशेषज्ञों ने X के लिए कुछ सुझाव दिए हैं:
- बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करें – सर्वर क्षमता बढ़ाई जाए।
- साइबर सुरक्षा मजबूत करें – उन्नत DDoS सुरक्षा लागू करें।
- पारदर्शिता बढ़ाएँ – आउटेज होने पर उपयोगकर्ताओं को सही जानकारी दें।
- इंजीनियरिंग टीम को मजबूत करें – X के तकनीकी कर्मचारियों की छंटनी के बाद, टीम को फिर से संगठित किया जाए।
क्या X अपना प्रभुत्व खो सकता है?
बार-बार होने वाले आउटेज X के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं। यदि मस्क और उनकी टीम तकनीकी समस्याओं को नहीं सुलझा पाई, तो उपयोगकर्ता और विज्ञापनदाता अन्य प्लेटफार्मों की ओर रुख कर सकते हैं।
भविष्य में क्या हो सकता है?
- सुरक्षा अपग्रेड – यदि यह साइबर अटैक था, तो X नई सुरक्षा सुविधाएँ पेश कर सकता है।
- बेहतर संचार – उपयोगकर्ता उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में X आउटेज पर अधिक पारदर्शिता बरतेगा।
- प्रतिद्वंद्वी प्लेटफार्मों का उभार – अगर X अस्थिर बना रहा, तो Mastodon, Threads और Bluesky जैसे प्लेटफॉर्म फायदा उठा सकते हैं।
अब सवाल यह है कि क्या मस्क X को स्थिर और भरोसेमंद बना पाएंगे, या यह सिलसिला जारी रहेगा? केवल समय ही बताएगा।
– निकिता