महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम हुए दर्दनाक रेल हादसे में पुष्पक एक्सप्रेस के कम से कम 13 यात्रियों की जान चली गई और 10 लोग घायल हो गए। हादसा करीब शाम 4:19 बजे पचोरा स्टेशन के पास हुआ, जब एक अफवाह के कारण यात्रियों ने ट्रेन से छलांग लगा दी और सामने से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।
जलगांव हादसे की पूरी घटना
लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब ब्रेक फेल होने से निकली चिंगारी को यात्रियों ने आग समझ लिया। इस अफवाह के कारण डर के मारे कई यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींच दी, जिससे आपातकालीन ब्रेक लगने के कारण ट्रेन अचानक रुक गई। घबराए यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाने की कोशिश की।
दूसरी तरफ, बेंगलुरु की ओर जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस तेजी से समानांतर ट्रैक पर आ रही थी। चूंकि घटना स्थल एक घुमावदार हिस्से पर था, इसलिए कर्नाटक एक्सप्रेस के ड्राइवर को समय रहते यात्रियों और रुकने वाली ट्रेन का पता नहीं चल सका। हालांकि पुष्पक एक्सप्रेस के ड्राइवर ने फ्लैश लाइट चालू कर दी थी, लेकिन कर्नाटक एक्सप्रेस इतनी रफ्तार में थी कि हादसा टालना संभव नहीं हो सका।
रेलवे के सीपीआरओ स्वप्निल निला ने जानकारी देते हुए कहा, “कुछ यात्रियों ने आग लगने के डर से ट्रेन से नीचे छलांग लगा दी। दुर्भाग्यवश, इसी दौरान सामने से आती कर्नाटक एक्सप्रेस ने उन्हें कुचल दिया। पुष्पक एक्सप्रेस में कोई आग नहीं थी। घटना की जांच जारी है।”
मृतकों और घायलों का विवरण
घटना में 13 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 9 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में तीन नेपाली नागरिक भी थे। 10 घायल यात्रियों में से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जलगांव जिले के अभिभावक मंत्री गुलाबराव पाटिल ने बताया कि यह घटना परंधा रेलवे स्टेशन के पास हुई और पूरी दुर्घटना बेहद दर्दनाक है। “घायलों के इलाज के लिए जिले के सामान्य अस्पताल और आसपास के निजी अस्पतालों को तैयार रखा गया है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है।”
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
• 8 एंबुलेंस मौके पर भेजी गईं।
• आपातकालीन उपकरण जैसे ग्लास कटर, फ्लड लाइट आदि उपलब्ध करवाए गए।
• जिला कलेक्टर आयुष प्रसाद, पुलिस अधीक्षक, और मंत्री गिरीश महाजन तुरंत मौके पर पहुंचे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर शोक जताते हुए घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
यह हादसा रेलवे सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की तत्काल आवश्यकता को दर्शाता है।
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