
तुलमुला (जम्मू-कश्मीर), 3 जून (पीटीआई): पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख मेहबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में कोई भी राजनीतिक प्रक्रिया तब तक पूरी नहीं हो सकती जब तक कश्मीरी पंडितों की गरिमापूर्ण वापसी घाटी में नहीं होती।
उन्होंने यह भी कहा कि शांति स्थापित करने का समाधान बंदूक नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा, “पीडीपी मानती है कि जम्मू-कश्मीर की समस्या बंदूकों से हल नहीं हो सकती। इसका कोई सैन्य समाधान नहीं है, और आतंकवादियों की बंदूक भी कोई हल नहीं है। इसके लिए एक राजनीतिक प्रक्रिया होनी चाहिए।”
“लेकिन वह राजनीतिक प्रक्रिया तब तक पूरी नहीं हो सकती जब तक हमारे कश्मीरी पंडित भाई-बहन सम्मानपूर्वक वापस न लौटें, यहां बसें और अपनी भूमिका निभाएं,” मेहबूबा ने यहां पत्रकारों से कहा।
पूर्व मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को मध्य कश्मीर के गांदरबल ज़िले में स्थित माता रज्ञा देवी मंदिर (लोकप्रिय नाम माता खीर भवानी) के सालाना मेले के अवसर पर मंदिर का दौरा किया।
मेहबूबा ने सोमवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की थी और कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए एक “समावेशी और चरणबद्ध रोडमैप” सौंपा था।
उन्होंने कश्मीरी पंडितों की गरिमापूर्ण वापसी और पुनर्वास की मांग की थी और कहा था कि उनकी पुनर्वापसी को केवल एक प्रतीकात्मक कदम के रूप में नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर के लिए एक साझा, समावेशी और भविष्य की ओर उन्मुख अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए।
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