प्रयागराज, महाकुंभ में मची भगदड़ के दौरान प्रयागराज में हुए हादसे में 30 की मौत हो गई है। यह हादसा उस वक्त हुआ जब श्रद्धालु संगम में स्नान करने के लिए पहुंचे थे, और भगदड़ मचने से कई लोग दब गए। इस दुर्घटना के बाद परिवारों में गहरा शोक और हड़कंप मच गया।
बलिया की दो महिलाओं की मौत
बलिया जिले के नगरा थाना क्षेत्र के चचया गांव से दो महिलाओं की मौत की पुष्टि हुई। मृतकों की पहचान रिंकी सिंह (35) और मीरा देवी (50) के रूप में हुई है। दोनों महिलाएं महाकुंभ में स्नान करने के लिए प्रयागराज गई थीं, जहां मंगलवार को भगदड़ के दौरान उनकी मौत हो गई। जैसे ही यह खबर गांव में पहुंची, पूरे इलाके में मातम छा गया और परिवारजन तुरंत प्रयागराज के लिए रवाना हो गए।
मऊ की महिला की भी मौत
मऊ जिले के कोपागंज क्षेत्र की निवासी प्रभावती राजभर (45) भी इस हादसे का शिकार हो गईं। वह 28 जनवरी को अपने गांव के कुछ लोगों के साथ महाकुंभ में स्नान के लिए आई थीं। मंगलवार को मची भगदड़ में वह घायल हो गईं और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। परिवारजन घटनास्थल के लिए रवाना हो गए और गांव में गहरा शोक व्याप्त हो गया।
बलिया की मां-बेटी की मौत
फेफना थाना के नसीराबाद गांव से भी दो और मृतक सामने आए हैं। रीना देवी (36) और उनकी बेटी रोशनी पटेल (8) की मौत की पुष्टि रीना के पति दिनेश पटेल ने की। यह हादसा भी महाकुंभ में मची भगदड़ के दौरान हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में कोहराम मच गया और परिवार के सदस्य शव लेने के लिए प्रयागराज की ओर रवाना हो गए।
आध्यात्मिक गुरु और संतों की अपील
महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ पर धार्मिक नेताओं और संतों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, “मैं संगम घाट पर नहीं गया, क्योंकि वहां अत्यधिक भीड़ थी। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे सिर्फ संगम घाट पर स्नान करने की जिद न करें, गंगा और यमुना नदियाँ अमृत हैं, कहीं भी स्नान किया जा सकता है।”
स्वामी रामभद्राचार्य ने भी भक्तों से अपील करते हुए कहा, “संगम घाट पर भारी भीड़ उमड़ी है, कृपया वहां स्नान करने की जिद न करें। अपनी सुरक्षा की चिंता करते हुए शिविर न छोड़ें।”
साध्वी निरंजन ज्योति ने भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “यह एक दुखद घटना है, और हमने जनहित को ध्यान में रखते हुए अपना अमृत स्नान रद्द किया है। मैं लोगों से अपील करती हूं कि वे त्रिवेणी घाट के बजाय किसी भी घाट पर स्नान कर सकते हैं।”
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने भी इस घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा, “हम आज स्नान में भाग नहीं लेंगे। जनहित में हमने यह निर्णय लिया है कि लोग वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं।”
प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का रिएक्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और घटनाक्रम की समीक्षा की। उन्होंने तत्काल सहायता और राहत कार्यों के निर्देश दिए। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
महाकुंभ में मची भगदड़ के कारण पांच लोगों की दुखद मौत ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है। यह घटना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है, और आगे से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कड़ी निगरानी और व्यवस्था सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। साथ ही, धार्मिक आयोजनों में भीड़ नियंत्रण की रणनीति पर पुनः विचार करने की आवश्यकता है।