भोपाल, 11 जनवरी 2025 – मध्य प्रदेश के देवास जिले में एक हैरान कर देने वाले मामले में, एक विवाहित व्यक्ति ने अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या कर उसके शव को आठ महीने तक फ्रिज में रखे रखा। यह शव शुक्रवार को उस घर में मिला, जिसे आरोपी ने किराए पर लिया था। मृतिका की पहचान पिंकी प्रजापति के रूप में हुई है, जो 30 साल के आसपास की थीं।
पुलिस के मुताबिक, पिंकी प्रजापति और आरोपी संजय पटिदार, जो उज्जैन के निवासी हैं, पिछले पांच सालों से लिव-इन रिलेशनशिप में थे। पिंकी ने संजय से शादी करने का दबाव डाला था, जिससे परेशान होकर संजय ने कथित तौर पर उसे मार डाला। आरोप है कि उसने अपनी हत्या को छिपाने के लिए शव को फ्रिज में रख लिया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पिंकी की हत्या जून 2024 में की गई थी, और शव तब से फ्रिज में रखा हुआ था। पिंकी की लाश साड़ी पहने हुए और आभूषणों से सुसज्जित थी। उसके हाथ बंधे हुए थे और गले में फांसी का फंदा था। जब कुछ महीनों बाद एक मकान मालिक और आसपास के निवासियों को उस कमरे से अजीब सी बदबू महसूस हुई, तो उन्होंने इसकी सूचना मकान मालिक को दी। मकान मालिक ने बाद में पुलिस को सूचित किया और फ्रिज के अंदर शव पाया गया।
यह घटना उस घर में घटी, जो देवास के निवासी धीरेंद्र श्रीवास्तव के नाम से है। श्रीवास्तव ने जून 2023 में संजय पटिदार को यह घर किराए पर दिया था। पुलिस के मुताबिक, पटिदार ने जुलाई 2024 में घर खाली कर दिया था, लेकिन अपने कुछ सामान को उसी कमरे में छोड़ दिया था। पटिदार अक्सर इस घर में आता रहता था। एक दिन जब मकान मालिक ने नया किरायेदार लाने के लिए कमरा खोला, तो शव की बदबू बाहर आ गई।
मकान मालिक ने बिजली की सप्लाई को बंद कर दिया था, जिससे फ्रिज का काम करना बंद हो गया था और बदबू अधिक फैलने लगी। इससे पहले की पुलिस को सूचित किया गया, कमरे की तलाशी ली गई और शव बरामद किया गया। पुलिस ने तुरंत आरोपी संजय पटिदार को गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले के सामने आने के बाद, पुलिस ने बताया कि हत्या के समय पिंकी पर शादी का दबाव था, और यह घटना उसी दबाव के चलते हुई थी। आरोपी पटिदार ने अपने दोस्त की मदद से यह हत्या की थी। पुलिस ने हत्या की घटना के पीछे के कारणों की जांच जारी रखी है और आरोपी से पूछताछ कर रही है।
यह घटना समाज में लिव-इन रिलेशनशिप्स के बढ़ते प्रभाव और उससे जुड़ी हिंसा की ओर इशारा करती है। ऐसे मामलों में अक्सर समाज के दबाव और व्यक्तिगत समस्याएं हत्याओं और हिंसा का कारण बनती हैं। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे अपने रिश्तों में खुलकर संवाद करें और किसी भी प्रकार के मानसिक दबाव को नजरअंदाज न करें।
– कार्तिक