नई दिल्ली, 4 जून (पीटीआई)
भारतीय महिला हॉकी टीम 5 सितंबर से थाईलैंड के खिलाफ अपने एशिया कप अभियान की शुरुआत करेगी। इसके बाद टीम का सामना गत चैंपियन जापान और सिंगापुर से होगा। हॉकी इंडिया ने बुधवार को यह जानकारी दी।
भारतीय टीम, जिसने पिछली बार कांस्य पदक जीता था, पूल-बी में जापान, थाईलैंड और सिंगापुर के साथ रखी गई है, जबकि पूल-ए में मेज़बान चीन, कोरिया, मलेशिया और चीनी ताइपे हैं।
यह टूर्नामेंट 5 से 14 सितंबर तक चीन के हांगझोउ में आयोजित होगा और विजेता को 2026 विश्व कप के लिए सीधी पात्रता मिलेगी।
भारत का दूसरा मैच 6 सितंबर को जापान के खिलाफ और पूल-बी का अंतिम मुकाबला 8 सितंबर को सिंगापुर से होगा।
भारतीय कप्तान सलीमा टेटे ने कहा, “पूल-बी में गत चैंपियन जापान के साथ होना हमारे कौशल और चरित्र की परीक्षा लेगा। हालांकि, पूल स्टेज में ही उनका सामना करना हमारे लिए खुद को परखने का अच्छा मौका होगा। हमारा ध्यान स्मार्ट और अनुशासित हॉकी खेलने पर रहेगा। लक्ष्य है ट्रॉफी जीतना और 2026 महिला एफआईएच हॉकी विश्व कप के लिए सीधी जगह बनाना।”
उपकप्तान नवनीत कौर ने कहा, “यह टूर्नामेंट एशिया की शीर्ष टीमों के बीच चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन हम इसे अपनी श्रेष्ठता दिखाने के अवसर के रूप में देख रहे हैं। हम पूरे जोश और उद्देश्य के साथ तैयारी कर रहे हैं और मैदान पर अपनी योजनाओं को अमल में लाने का प्रयास करेंगे।”
भारत ने 2017 में एशिया कप जीता था, जब फाइनल में चीन को हराया था।
फॉर्मेट के अनुसार:
प्रत्येक पूल से शीर्ष दो टीमें सुपर 4s पूल में जाएंगी, जहां हर टीम अन्य तीन टीमों से एक-एक मैच खेलेगी।
सुपर 4s पूल की शीर्ष दो टीमें फाइनल में पहुंचेंगी, जबकि तीसरे और चौथे स्थान की टीमें तीसरे/चौथे स्थान के लिए खेलेंगी।
पूल-ए और पूल-बी की अंतिम दो टीमें 5वें से 8वें स्थान के लिए वर्गीकरण मैच खेलेंगी।
पीटीआई