पटना, 31 दिसंबर 2024:( फ़ोटो स्रोत – ANI)
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित परीक्षा में कथित गड़बड़ियों और अन्य विवादों के खिलाफ बीपीएससी छात्रों ने आज पटना में जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने परीक्षा के परिणामों और प्रक्रिया को लेकर निराशा व्यक्त करते हुए आयोग से परीक्षा को पुनः आयोजित करने की मांग की है। प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में कई प्रकार की गलतियाँ थीं, जिनकी वजह से उनका भविष्य संकट में पड़ गया है।
बीपीएससी की परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप पहले भी लगाए गए हैं, लेकिन इस बार छात्रों का गुस्सा उबाल मारने लगा है। छात्रों ने बताया कि प्रश्न पत्र में कई ऐसे सवाल थे, जो अस्पष्ट थे या जिनका सही उत्तर विकल्पों में मौजूद नहीं था। इसके अलावा, परीक्षा के पैटर्न और समय सीमा को लेकर भी छात्रों में निराशा थी। कुछ छात्रों का कहना है कि वे पिछले कई महीनों से कड़ी मेहनत कर रहे थे, लेकिन परीक्षा में हुई गड़बड़ियों ने उनके प्रयासों पर पानी फेर दिया।
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि इस प्रकार की गड़बड़ियों से उनका भविष्य अंधेरे में चला गया है। उन्होंने बीपीएससी से निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा कराने की मांग की है। छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि परीक्षा के परिणामों में पारदर्शिता का अभाव था, और कई बार परीक्षा के बाद परिणाम में होने वाली अनियमितताएं भी सामने आई थीं।
इस प्रदर्शन में छात्रों ने पटना के गांधी मैदान में एकजुट होकर नारेबाजी की और सरकार से तत्काल कार्रवाई की अपील की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता, तो वे आगामी दिनों में और बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।
छात्रों के इस प्रदर्शन का समर्थन विभिन्न छात्र संगठनों ने भी किया है। बिहार छात्र संघर्ष समिति के प्रवक्ता ने कहा, “हम बीपीएससी से स्पष्ट और निष्पक्ष परीक्षा की मांग करते हैं। इस तरह की गड़बड़ियाँ छात्रों के भविष्य को प्रभावित करती हैं और इससे न्याय का उल्लंघन होता है।” उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में सरकार को जल्द से जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए।
वहीं, बिहार सरकार के एक अधिकारी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम छात्रों की चिंताओं को गंभीरता से ले रहे हैं। आयोग से रिपोर्ट मांगी गई है और मामले की जांच की जा रही है। यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।”
बीपीएससी परीक्षा से जुड़ी इस स्थिति को लेकर छात्रों का गुस्सा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। उन्हें अब उम्मीद है कि उनकी मांगों को सुनकर आयोग और सरकार तत्काल कोई ठोस कदम उठाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके और सभी छात्रों को समान अवसर मिल सके।
– कार्तिक