
मोतिहारी (बिहार), 2 जून (पीटीआई) — केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि “विकसित भारत” के लिए कृषि का विकास और किसानों की समृद्धि आवश्यक है। उन्होंने बिहार को कृषि विकास की अपार संभावनाओं वाला राज्य बताया।
शिवराज सिंह चौहान मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) पहुंचे, जहाँ उन्होंने ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ (VKSA) के तहत किसानों से संवाद किया। उन्होंने कहा, “मैं बिहार में किसानों की सेवा और कृषि उत्पादकता बढ़ाने आया हूं। मेरे लिए किसानों की सेवा ईश्वर की पूजा के समान है… ‘एक राष्ट्र, एक कृषि, एक टीम’ इस अभियान का मूल मंत्र है।”
कृषि विकास से ही भारत का विकास संभव
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि VKSA केंद्र सरकार की एक ऐतिहासिक पहल है, जो भारतीय कृषि को बदलने का लक्ष्य रखती है। यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर और सतत भारत के विजन से जुड़ा है और इसका उद्देश्य पूरे देश में, खासकर बिहार में, उन्नत कृषि तकनीकों को अपनाने को बढ़ावा देना है।
तकनीक और वैज्ञानिकों की मदद से किसानों को सशक्त बनाने का प्रयास
उन्होंने बताया कि देशभर में लगभग 16,000 कृषि वैज्ञानिक किसानों के सीधे संपर्क में हैं। राज्य और केंद्र सरकार के कृषि विभाग और कृषि विश्वविद्यालय मिलकर उत्पादन बढ़ाने, लागत घटाने, उचित मूल्य दिलाने और नुकसान होने पर मुआवज़ा दिलाने जैसे प्रयास कर रहे हैं।
बिहार के GI टैग वाले उत्पादों को बढ़ावा
चौहान ने बताया कि बिहार के प्रसिद्ध उत्पाद जैसे भागलपुर का जर्दालु आम, मुजफ्फरपुर की शाही लीची, नवादा का मगही पान और कटारनी धान पहले ही GI टैग प्राप्त कर चुके हैं। अप्रैल 2023 में ‘मरचा चावल’ को भी GI टैग दिया गया, जो काली मिर्च जैसे दिखने वाले चावल के लिए प्रसिद्ध है।
शाही लीची की केवल 48 घंटे की शेल्फ-लाइफ को ध्यान में रखते हुए सरकार अब उसे अधिक समय तक संरक्षित करने के उपाय खोज रही है ताकि किसानों को बेहतर मूल्य मिल सके। उन्होंने कहा कि लीची के भंडारण के लिए कोल्ड स्टोरेज की आवश्यकता है।
मक्का उत्पादन और एथेनॉल नीति की सफलता
चौहान ने बताया कि बिहार में मक्का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है और अब इसकी कीमत भी अच्छी मिल रही है। “यह प्रधानमंत्री मोदी की नीति का परिणाम है कि अब मक्का से एथेनॉल भी बन रहा है।”
चंपारण की ऐतिहासिक भूमि से संदेश
उन्होंने कहा, “आज मुझे इस पवित्र चंपारण की धरती पर आने का अवसर मिला। यही वह भूमि है जहाँ महात्मा गांधी ने किसानों पर हो रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ चंपारण आंदोलन शुरू किया था।”
VKSA-2025 अभियान की जानकारी
राज्य कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 29 मई से शुरू हुआ यह अभियान 12 जून तक चलेगा और इसका उद्देश्य भारत में एक समावेशी, लचीला और भविष्य के लिए तैयार कृषि क्षेत्र का निर्माण करना है।
इस अवसर पर पूर्वी चंपारण से लोकसभा सांसद राधा मोहन सिंह, कई विधायक, कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और जिला प्रशासन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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