प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार, 9 जनवरी 2025 को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए भारतीय सरकार के पिछले 10 वर्षों में किए गए विकास कार्यों का उल्लेख किया और भारत के भविष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया में अपनी ताकत और प्रभाव का अहसास करा रहा है और दुनिया में भारत का डंका बज रहा है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सम्राट अशोक के योगदान का जिक्र किया और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “दुनिया में जब तलवार के जोर पर साम्राज्य बढ़ाने का दौर था, तब हमारे सम्राट अशोक ने यहां शांति का रास्ता चुना था।” यह बयान उस समय की याद दिलाता है जब सम्राट अशोक ने युद्धों और साम्राज्य विस्तार के बजाय शांति और अहिंसा के मार्ग को अपनाया और बौद्ध धर्म का प्रचार किया। सम्राट अशोक का यह कदम भारत की महान शांति और मानवता के सिद्धांतों को दर्शाता है, जिसे आज भी पूरी दुनिया में सम्मान और आदर के साथ याद किया जाता है।
भारत का आज का स्वरूप
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि आज भारत अपनी शक्ति, प्रभाव और तेज़ी से हो रहे विकास की दिशा में एक अभूतपूर्व बदलाव देख रहा है। उन्होंने कहा, “21वीं सदी का भारत जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिस पैमाने पर देश में विकास के काम हो रहे हैं, वह अभूतपूर्व है।” उन्होंने उल्लेख किया कि भारत अब दुनिया के सामने एक मजबूत और सक्षम राष्ट्र के रूप में खड़ा है, और हमारे पास 2047 तक एक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य है।
भारत की वैश्विक स्थिति
पीएम मोदी ने भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव पर भी जोर दिया और कहा कि आज भारत की बात पूरी दुनिया ध्यान से सुनती है। “आज का भारत अपना पक्ष तो मजबूती से रखता ही है, साथ ही ग्लोबल साउथ की आवाज को भी पूरी ताकत से उठाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सफलता आज दुनिया के सामने है, चाहे वह चंद्रयान-3 के शिव शक्ति पॉइंट पर पहुंचने की बात हो या डिजिटल इंडिया की ताकत के बारे में। पीएम मोदी ने कहा, “जब दुनिया डिजिटल इंडिया की ताकत देखकर हैरान होती है, तो हम सभी को गर्व होता है।”
स्वदेशी रक्षा निर्माण और अन्य विकास कार्य
प्रधानमंत्री ने भारतीय रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी निर्माण की दिशा में किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अब भारत में लड़ाकू विमान बनाने की क्षमता है, जो देश की आत्मनिर्भरता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही उन्होंने अगले कुछ दिनों में प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन का भी जिक्र किया और कहा कि मकर संक्रांति और माघ बिहू जैसे त्योहारों के साथ देश में आनंद का वातावरण रहेगा।
प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों का धन्यवाद करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत के विदेशों में रहने वाले भारतीयों से कई सकारात्मक मुलाकातें हुई हैं और हर जगह प्रवासी भारतीयों की सराहना की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों का योगदान अतुलनीय है। उनकी मेहनत और समर्पण से भारत ने दुनिया में अपनी छवि को और भी मजबूत किया है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए यह संदेश था कि भारत ने सम्राट अशोक के समय से लेकर अब तक शांति और विकास के मार्ग को चुना है और आज की सरकार उसी मार्ग पर चलकर देश को एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि आज भारत का हर सेक्टर आसमान की ऊंचाई छूने को आगे बढ़ रहा है और हम सभी को गर्व होना चाहिए कि हम इस बदलाव का हिस्सा हैं।
– कार्तिक