
नई दिल्ली, 4 जून (पीटीआई)
भाजपा ने बुधवार को राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर “समर्पण” संबंधी टिप्पणी को लेकर उन पर तीखा हमला बोला। पार्टी ने इसे न केवल सशस्त्र बलों और देश का गंभीर अपमान बताया, बल्कि देशद्रोह से कम नहीं करार दिया।
भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कहा, “अगर कोई पाकिस्तानी ऐसा दावा करता तो हम उस पर हँसते। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान पर जो कहर टूटा है, उसके बाद वहां की सेना और प्रधानमंत्री भी वैसा कहने की हिम्मत नहीं कर सकते, जैसा राहुल गांधी कह रहे हैं। यह देशद्रोह से कम नहीं है।”
नड्डा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “राहुल गांधी, आप, आपकी पार्टी और आपके नेता भले ही समर्पण कर चुके हों, क्योंकि यही आपका इतिहास रहा है, लेकिन भारत कभी किसी के आगे समर्पण नहीं करता। समर्पण कांग्रेस के शब्दकोश में है, आपके डीएनए में है… आपने आतंकवाद के आगे समर्पण किया, शर्म-अल-शेख में समर्पण किया, 1971 युद्ध जीतने के बाद शिमला में समर्पण किया, सिंधु जल संधि में समर्पण किया और देश की आज़ादी के समय मुस्लिम लीग के आगे भी समर्पण किया।”
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणी “बीमार और खतरनाक मानसिकता” को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख, प्रधानमंत्री और वहां के आतंकियों से भी आगे जाकर उनके पक्ष में बयान दिए हैं।
त्रिवेदी ने राहुल गांधी को “राहुल मुनीर” और “राहुल शरीफ” कहकर संबोधित किया, जो पाकिस्तान के सेना प्रमुख और प्रधानमंत्री के उपनाम हैं।
त्रिवेदी ने कांग्रेस के शासनकाल में भारत के विभाजन, चीन और पाकिस्तान द्वारा भारतीय भूमि पर कब्जा, और राहुल गांधी द्वारा मोदी सरकार में भारत में लोकतंत्र के कथित पतन पर पश्चिमी देशों की उदासीनता जैसे कई ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इतिहास नेहरू-गांधी परिवार के ऐसे “समर्पण” से भरा पड़ा है और प्रधानमंत्री मोदी को “भारत माता का शेर” बताया।
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी और कांग्रेस का इतिहास भले ही समर्पण का रहा हो, लेकिन भारत किसी के आगे कभी समर्पण नहीं करेगा।”
त्रिवेदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे पर भी तंज कसा, जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने की मध्यस्थता करने की बात कही थी। उन्होंने ट्रंप के हालिया पोस्ट का भी जिक्र किया जिसमें ट्रंप ने एक साजिश सिद्धांत साझा किया था कि उनके पूर्ववर्ती जो बाइडेन की 2020 में हत्या कर दी गई थी और उनकी जगह एक रोबोटिक क्लोन ने ले ली थी।
त्रिवेदी ने कहा, “कितना भरोसा किया जा सकता है… बेहतर होगा राहुल गांधी खुद बताएं कि वे इस पर विश्वास करते हैं या नहीं।” उन्होंने यह भी दोहराया कि भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि कोई तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं हुई।
नड्डा ने कहा, “राहुल गांधी ने भारतीय सेना के अद्वितीय शौर्य को समर्पण बताकर न केवल दुर्भाग्यपूर्ण, बल्कि भारतीय सेना, देश और 140 करोड़ भारतीयों का गंभीर अपमान किया है।”
भाजपा ने कहा कि “डोकलाम से पहलगाम” तक, राहुल गांधी ने भारत के राजनीतिक और आर्थिक पुनरुत्थान के विरोधियों का साथ चुना।
त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी पाकिस्तानी मीडिया और संसद में पहले ही सुर्खियों में हैं, और अब उन्होंने ऐसा बयान दिया है जो पाकिस्तान के नेता और आतंकी भी नहीं कह पाए।
नड्डा ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर 300 किमी तक घुसकर 11 एयरबेस तबाह किए और 150 से अधिक आतंकियों को मार गिराया।
“पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने रो रहा है कि भारतीय सेना ने 18 जगह हमला किया और सब कुछ तबाह कर दिया, लेकिन गांधी भारत के समर्पण की बात कर रहे हैं।”
नड्डा ने कहा, “असलियत यह है कि जिनकी नीति हमेशा समर्पण की रही है, वे उससे आगे देख ही नहीं सकते। है ना, राहुल गांधी जी?”
त्रिवेदी ने कहा कि बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल, जिसमें कांग्रेस नेता भी शामिल थे, ने दुनियाभर में भारतीय पक्ष को गंभीरता और एकजुटता से रखा, लेकिन राहुल गांधी ने अपनी छोटी सोच वाली टिप्पणियों से अपनी जिम्मेदारी के अनुरूप परिपक्वता की कमी दिखाई है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार ने सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर कर पाकिस्तान को पानी दिया और 1965 व 1971 के युद्धों के बाद सेना द्वारा जीती गई ज़मीन भी छोड़ दी, जिससे भारतीय हितों का समर्पण विपक्षी पार्टी की पहचान बन गया है।
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