नई दिल्ली: भारतीय चुनाव आयोग (ECI) आज दिल्ली विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करेगा। आयोग ने मंगलवार सुबह बताया कि चुनावों की तारीखों की घोषणा के लिए दोपहर 2 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी। 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है, और आयोग को चुनाव की तारीखों की घोषणा इसके पहले करनी होगी। 2020 में भी चुनावों की घोषणा 6 जनवरी को की गई थी, मतदान 8 फरवरी को हुआ था, और वोटों की गिनती 11 फरवरी को की गई थी।
आदर्श आचार संहिता लागू होगी
जैसे ही चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा, दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसका मतलब है कि अब से लेकर चुनाव संपन्न होने तक सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को चुनावी नियमों का पालन करना होगा। आचार संहिता के लागू होते ही दिल्ली में किसी भी प्रकार के चुनावी प्रचार, विकास कार्यों की घोषणा, और सरकारी लाभ वितरण पर रोक लग जाएगी। यह चुनावी प्रक्रिया के निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए लागू की जाती है।
सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की हैट्रिक की चुनौती
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) तीसरी बार सरकार बनाने की कोशिश करेगी। AAP ने 2015 और 2020 के चुनावों में शानदार जीत हासिल की थी, 2015 में उसने 70 में से 67 सीटें जीती थीं, वहीं 2020 में 62 सीटें हासिल की थीं। पार्टी की यह लगातार सफलता उसके नेतृत्व और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यों पर आधारित है। इस बार भी, AAP पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी, जबकि भाजपा और कांग्रेस के सामने उसे कड़ी चुनौती मिलेगी।
भाजपा और कांग्रेस का चुनावी मुकाबला
पिछली दोनों विधानसभा चुनावों में भाजपा ने सिंगल डिजिट सीटें जीती थीं और कांग्रेस दिल्ली में सत्ता से बाहर हो चुकी है, लेकिन दोनों दल इस बार पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा, जो हाल ही में दिल्ली में 7 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है, AAP को चुनौती देने के लिए पूरी रणनीति तैयार कर रही है। वहीं, कांग्रेस, जो 15 साल तक दिल्ली पर राज करती रही, अब अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा और ताकत वापस पाने के लिए चुनावी मैदान में उतरेगी।
मुख्य मुकाबले की तैयारी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जो नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे, इस बार भाजपा के उम्मीदवार प्रवेश साहिब सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित से टक्कर लेंगे। मुख्यमंत्री आतिशी भी चुनावी मैदान में कूद रही हैं और वे कालकाजी सीट से कांग्रेस की अलका लांबा और भाजपा के रमेश बिधूड़ी के खिलाफ चुनावी मुकाबला करेंगी।
राजनीतिक हलचल और उम्मीदवारों की घोषणाएं
दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक गतिविधियां अब अपने चरम पर हैं। उम्मीदवारों के नामों की घोषणाएं तेजी से हो रही हैं। आम आदमी पार्टी, जिसने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिए हैं, सबसे आगे है। कांग्रेस ने तीन सूचियों में कुल 48 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं, जबकि भाजपा ने शनिवार को अपनी पहली सूची में 29 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं।
चुनाव प्रचार और घोषणाओं का दौर
चुनावों को लेकर सभी दल अपनी-अपनी घोषणाओं और चुनावी वादों का सिलसिला भी तेज कर चुके हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए कई योजनाओं और कार्यक्रमों की घोषणा की है। दूसरी तरफ, राजनीतिक बयानबाजी भी जोर-शोर से हो रही है, और सभी पार्टियां अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के बारे में जैसे-जैसे तारीखों की घोषणा होती है, चुनावी प्रचार और मुकाबला और भी दिलचस्प होता जा रहा है। आगामी चुनाव दिल्ली की राजनीति का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
– कार्तिक