दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता संकट, GRAP चरण-4 प्रतिबंध फिर से लागू

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दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता के बिगड़ते हालात को देखते हुए, केंद्र सरकार ने 15 जनवरी को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के तहत ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-3 और चरण-4 के प्रतिबंधों को फिर से लागू कर दिया। ये सख्त उपाय पिछले कुछ दिनों से हवा की गुणवत्ता में हो रही गिरावट के कारण उठाए गए हैं।

इस सप्ताह के शुरूआत में दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 396 तक पहुंच चुका था, जिससे यह “गंभीर” श्रेणी में आ गया था। इसके साथ ही, अधिकारियों ने चेतावनी दी थी कि यदि AQI 400 के पार पहुंचता है, तो प्रदूषण और स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं। पिछले सप्ताह के अंत में, 24 दिसंबर को स्टेज-4 प्रतिबंध आखिरी बार लागू किए गए थे, लेकिन अब फिर से वायु प्रदूषण की स्थिति को गंभीर होते हुए देखते हुए इन प्रतिबंधों को वापस लाया गया है।

GRAP के तहत लागू की गईं कड़े प्रतिबंध

GRAP के चरण-3 और चरण-4 में शामिल प्रतिबंधों के तहत, बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल चार पहिया वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से निषिद्ध कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, कक्षा 10 और 12 के छात्रों को छोड़कर बाकी सभी कक्षाओं की शारीरिक शिक्षा को निलंबित किया गया है। सरकारी, निजी और नगर निगम कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति को 50% तक सीमित कर दिया गया है, और घर से काम करने का निर्देश दिया गया है।

इसके साथ ही, दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर भी कड़ी पाबंदी लगाई गई है। आवश्यक वस्तुएं और सेवाएं प्रदान करने वाले ट्रकों को छोड़कर, सभी अन्य ट्रकों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, LNG, CNG और बीएस- VI डीजल ट्रकों को शहर में प्रवेश की छूट दी गई है। वहीं, दिल्ली के बाहर पंजीकृत हल्के वाणिज्यिक वाहनों को भी केवल आवश्यक वस्तुओं के परिवहन या आवश्यक सेवाएं प्रदान करने के दौरान ही दिल्ली में प्रवेश की अनुमति होगी।

वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए सख्त कदम

दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के स्तर में और गिरावट को रोकने के लिए इन कदमों को तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। CAQM ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि संबंधित एजेंसियों को GRAP के अनुसूची के तहत सभी उपायों का कड़ाई से पालन कराने, निगरानी करने और नियमित समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी और संबंधित उपायों को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए कड़ी सतर्कता बनाए रखी जाएगी।

दिल्ली में घने कोहरे के साथ-साथ वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर रूप से बढ़ चुका है, और AQI का 400 तक पहुंचने का खतरा बना हुआ है। इस स्थिति को देखते हुए यह जरूरी था कि GRAP के तहत सख्त प्रतिबंधों को लागू किया जाए ताकि शहर की वायु गुणवत्ता को कुछ हद तक सुधारा जा सके।

इन प्रतिबंधों को लागू करने का उद्देश्य न केवल प्रदूषण को नियंत्रित करना है, बल्कि नागरिकों की सेहत को भी बचाना है, क्योंकि गंभीर वायु गुणवत्ता के चलते श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं।

– कार्तिक

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