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श्रीनगर – कश्मीर में ठंडी लहर की तीव्रता में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके कारण तापमान शून्य से नीचे गिर चुका है। श्रीनगर समेत पूरे घाटी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और डल झील सहित अन्य जलाशयों का पानी जमने लगा है।
बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ का असर
ठंडी लहर की वजह उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह विक्षोभ कश्मीर में शुष्क और ठंडी हवाएं लाकर तापमान को और कम कर रहा है।
स्थानीय जीवन पर असर
इस कड़ी सर्दी ने स्थानीय जीवन को प्रभावित किया है। बर्फबारी के कारण सड़कों और हवाई अड्डों पर यातायात प्रभावित हो सकता है। कृषि और पशुपालन भी संकट में हैं, और बिजली आपूर्ति में रुकावटें आने की संभावना जताई जा रही है।
चेतावनी जारी
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों को कड़ी सर्दी से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है, जैसे कि हीटिंग सिस्टम का ध्यान रखना और मवेशियों को ठंड से बचाना। आने वाले दिनों में और भी बर्फबारी की संभावना है, जिससे ठंडी लहर और अधिक तीव्र हो सकती है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक ठंड से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं, खासकर बुजुर्गों और बच्चों में। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को ठंड से बचने और गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी है।
कश्मीर में सर्दी का यह दौर आगे भी जारी रहने की संभावना है।
– कार्तिक