बरेली (उत्तर प्रदेश), 30 मई (पीटीआई): उत्तर प्रदेश के बरेली ज़िले में जाति, आय प्रमाणपत्र, अंकपत्र, आधार और पैन कार्ड जैसे नकली दस्तावेज़ तैयार करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस गिरोह के सरगना और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है।
बोजीपुरा पुलिस और विशेष ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की संयुक्त टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की। उत्तर क्षेत्र के अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद फ़हीम उर्फ़ गुड्डू और जिया-उल-मुस्तफा के रूप में हुई है, जो डोहरीया पछदौरा गांव के निवासी हैं।
वे ‘अज़हरी जन सेवा केंद्र’ नामक आधार और सार्वजनिक सेवा केंद्र चला रहे थे, जहां से जनता से धोखाधड़ी कर आर्थिक लाभ के लिए नकली दस्तावेज़ तैयार किए जा रहे थे।
ASP मिश्रा के अनुसार: “गुरुवार सुबह 7:05 बजे की गई छापेमारी में दोनों आरोपी कंप्यूटर और अन्य उपकरणों की मदद से नकली दस्तावेज़ तैयार करते हुए रंगे हाथों पकड़े गए।”
जप्त सामग्री में शामिल हैं:
- लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर, फिंगरप्रिंट मशीन
- आधार कार्ड प्रिंटिंग सामग्री
- मोबाइल फोन
- भारी मात्रा में नकली दस्तावेज़ जैसे आधार, पैन, वोटर आईडी कार्ड, जाति/आय प्रमाणपत्र
- उत्तर प्रदेश व बिहार बोर्ड के अंकपत्र
- जन्म व निवास प्रमाणपत्र (उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड से)
- कई नकली स्टाम्प पेपर
पुलिस ने बताया कि फहीम के नाम पर नकली दस्तावेज़ बनाने वाली वेबसाइट और सॉफ्टवेयर भी रजिस्टर्ड है, जिसके ज़रिए अब तक दर्जनों फर्जी प्रमाणपत्र बनाए जा चुके हैं।
अब तक बरामद फर्जी दस्तावेज़ों में शामिल हैं:
- 93 यूपी के नए प्रारूप के जन्म प्रमाणपत्र
- 86 पुराने प्रारूप में
- लगभग 300 निवास प्रमाणपत्र
- 100 से अधिक अंकपत्र
- उत्तर प्रदेश और झारखंड के जाति प्रमाणपत्र
मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं और आधार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल भेजे जा चुके हैं, और मामले की आगे जांच जारी है।
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