उत्तर भारत का राज्य उत्तराखंड अब एक साल भर घूमने लायक पर्यटन स्थल बनने की ओर बढ़ रहा है। अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक स्थलों और साहसिक पर्यटन के आकर्षण के साथ राज्य अपनी लोकप्रियता को दोगुना कर रहा है।
नए साल में, उत्तराखंड (स्थानीय बोली में जिसे UK कहा जाता है) में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक पहुंचे, जहां केदारकंठा, हर्षिल और दयारा जैसे प्रसिद्ध स्थलों पर हजारों पर्यटक पहुंचे। राज्य अब 2025 को अपने पर्यटन के लिए मील का पत्थर बनाने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है।
नई कनेक्टिविटी का युग
एक ऐतिहासिक कदम के तहत, उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत राज्य को ITBP के हेलिपैड्स का उपयोग करने की अनुमति मिली है, जो उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जैसे सीमावर्ती जिलों में पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगा। ये हेलिपैड्स न केवल कम-खोजे गए और अद्भुत क्षेत्रों तक पहुँच को बेहतर बनाएंगे, बल्कि आपातकालीन चिकित्सा निकासी और दवाओं की आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए भी सहायक होंगे।
सर्दियों में चार धाम सर्किट का उद्घाटन
अपने पर्यटन प्रयासों को और मजबूत करने के लिए उत्तराखंड सरकार ने 8 दिसंबर 2024 को सर्दियों में चार धाम सर्किट का उद्घाटन किया। यह पारंपरिक रूप से एक तीर्थ यात्रा मार्ग था, जो केवल गर्मियों के महीनों में सक्रिय रहता था, अब इसे ऑफ-सीजन में भी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नया रूप दिया गया है। इस पहल का उद्देश्य धार्मिक स्थलों को साल भर के पर्यटन केंद्रों में बदलना है।
सर्दियों में उत्तराखंड की बढ़ती लोकप्रियता
इस सर्दी में, उत्तराखंड ने खुद को प्रमुख नववर्ष पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया। केवल उत्तरकाशी में ही 5,000 से अधिक पर्यटक पहुंचे, जो केदारकंठा, हर्षिल और दयारा की बर्फीली सुंदरता से मंत्रमुग्ध थे। साहसिक प्रेमियों ने स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग और अन्य शीतकालीन खेलों में भाग लिया, जबकि परिवारों और आध्यात्मिक यात्रियों ने उत्तराखंड की घाटियों की शांत सुंदरता का आनंद लिया। सर्दियों में चार धाम सर्किट और ITBP हेलिपैड्स के जरिए बेहतर पहुंच, आने वाले वर्षों में पर्यटकों की संख्या को और बढ़ाने की उम्मीद है।
पर्यटन बुनियादी ढांचे में विकास
उत्तराखंड की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए, पर्यटन क्षेत्र में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। राज्य सरकार बेहतर आवास, सुदृढ़ सड़क कनेक्टिविटी और सुरक्षा उपायों पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि पर्यटकों को एक विश्वस्तरीय यात्रा अनुभव मिल सके। उच्च ऊंचाई वाले पर्यटन स्थलों पर राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और उन्नत उपकरणों की तैनाती से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि पर्यटकों की सुरक्षा सबसे पहले हो, खासकर उच्च सीजन में।
उत्तराखंड का त्वरित अवलोकन:
• बेहतर कनेक्टिविटी: ITBP के हेलिपैड्स से दूर-दराज के क्षेत्रों में आसानी से पहुंच।
• साल भर पर्यटन: सर्दियों में चार धाम सर्किट से तीर्थ यात्रा का सीजन बढ़ा।
• साहसिक अवसर: बर्फ के खेल और ट्रैकिंग साहसिक प्रेमियों के लिए।
• आध्यात्मिक शांति: पवित्र मंदिर और शांतिपूर्ण स्थल आध्यात्मिक यात्रियों को आकर्षित करते हैं।
• सुरक्षा पहले: मजबूत बुनियादी ढांचा और आपदा प्रतिक्रिया टीमों से पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
उत्तराखंड अब एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभरने के लिए तैयार है, जो न केवल साहसिक प्रेमियों, बल्कि आध्यात्मिक यात्रियों और परिवारों के लिए भी एक आकर्षक गंतव्य बन गया है।
– कार्तिक