नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने विधानसभा में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को बहाल करने और संवैधानिक गारंटी वापस लाने के लिए प्रस्ताव पारित किया है।
आर्टिकल में –
प्रधानमंत्री मोदी के साथ संबंधों पर उमर अब्दुल्ला का बयान
उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने संबंधों पर भी टिप्पणी की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके संबंधों को दोस्ती के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा द्वारा प्रस्तावित समान नागरिक संहिता, वक्फ बिल और ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ जैसे मुद्दों का विरोध करती है।
राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग
उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करना जम्मू-कश्मीर के लोगों की मांग है और इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।
बेरोजगारी दर में आई कमी
रोजगार के मामले में भी अच्छी खबर है। रिपोर्ट कहती है कि 2023-24 में बेरोजगारी दर 6.1% दर्ज की गई, जो 2019-20 के 6.7% से 0.6% कम है। यह रोजगार के नए अवसरों और आर्थिक गतिविधियों में तेजी को दर्शाता है। यानी, अब लोगों को नौकरियां ज्यादा मिल रही हैं और अर्थव्यवस्था भी तेजी से बढ़ रही है।
पर्यटन के क्षेत्र में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। साल 2024 में 2.36 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर आए, जो अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा है। इनमें 0.65 लाख विदेशी पर्यटक, 5.12 लाख अमरनाथ यात्री और 94.56 लाख वैष्णो देवी यात्री शामिल हैं। ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को ठहराने और रोजगार पैदा करने के लिए होम स्टे को बढ़ावा दिया जा रहा है। होम स्टे का मतलब है, स्थानीय लोगों के घरों में पर्यटकों के लिए रहने की व्यवस्था
आतंकी हमलों पर उमर अब्दुल्ला का रुख
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमलों के संदर्भ में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर एक केंद्रशासित प्रदेश है, इसलिए सुरक्षा की जिम्मेदारी उपराज्यपाल की है। उन्होंने कहा कि चुनी गई सरकार का इन हमलों से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि पुलिस का नियंत्रण उनके हाथ में नहीं है।
अनुच्छेद 370 की बहाली पर उमर अब्दुल्ला का दृष्टिकोण
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं, तब तक अनुच्छेद 370 की बहाली की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने विधानसभा में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को बहाल करने और संवैधानिक गारंटी वापस लाने के लिए प्रस्ताव पारित किया है, लेकिन वर्तमान सरकार से इसकी बहाली की उम्मीद करना व्यर्थ है।
उमर अब्दुल्ला और उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली और राज्य का दर्जा पुनर्स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। हालांकि, वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में इन मांगों की पूर्ति की संभावना कम दिखाई देती है। फिर भी, उमर अब्दुल्ला ने इन मुद्दों को जीवित रखने और जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
– कार्तिक
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