समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में राज्य में कई स्थानों के नाम बदलने पर कटाक्ष किया है। खासकर इलाहाबाद और फैज़ाबाद जैसे प्रमुख शहरों के नाम बदलने को लेकर राजनीति और समाज में तीखी बहस उठी है। यादव ने यह आरोप भी लगाया कि ये कदम एक राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य समुदायों को बांटना और सांस्कृतिक पहचान से खेलना है।
आर्टिकल में –
योगी आदित्यनाथ के बयान पर अखिलेश यादव का हमला
हाल ही में, जब योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन को लेकर विपक्ष के आलोचनाओं का जवाब दिया, तो उन्होंने कहा था कि क्रिकेटर मोहम्मद शमी भी प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने आए थे। इसके जवाब में अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर तंज करते हुए पूछा, “क्या अब आप क्रिकेटर का नाम भी बदलने वाले हैं?” उन्होंने यह सवाल उठाया कि क्या अब किसी व्यक्ति के नाम को भी बदलने का सिलसिला शुरू होगा, जैसे की शहरों के नाम बदले जा रहे हैं।
महाकुंभ को लेकर विपक्ष का विरोध और मुख्यमंत्री का बचाव
महाकुंभ के आयोजन पर विपक्ष ने कई गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुंभ मेले की व्यवस्थाओं में भारी अव्यवस्था थी, जिसमें स्टैम्पेड, ट्रैफिक जाम और पानी में फेकल कॉलिफॉर्म स्तर की चिंताएँ शामिल थीं। इसके अलावा, आयोजकों पर लाखों श्रद्धालुओं के लिए उचित सुरक्षा इंतजाम नहीं करने का आरोप भी लगाया गया। इन आलोचनाओं के जवाब में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तक 56.25 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में स्नान कर चुके हैं। उन्होंने आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि कुछ लोग “फर्जी वीडियो” और “संदिग्ध आरोपों” के जरिए धार्मिक विश्वासों पर हमला कर रहे हैं।
आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि महाकुंभ किसी एक राजनीतिक दल या संगठन से संबंधित नहीं है, बल्कि यह समाज की साझा धरोहर है और इसका आयोजन पूरी दुनिया में सम्मानित हुआ है। इसके बावजूद, विपक्षी दलों ने महाकुंभ के आयोजन पर सवाल खड़ा किया और राज्य सरकार पर जिम्मेदारियों से बचने का आरोप लगाया।
क्रिकेटर मोहम्मद कैफ का नदी में स्नान और योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ के बयान का विरोध करते हुए यह भी कहा कि क्या अब क्रिकेटरों के नाम भी बदलने की योजना है? उनका यह बयान विशेष रूप से क्रिकेटर मोहम्मद कैफ के बारे में था, जिन्होंने महाकुंभ से पहले प्रयागराज के यमुनारिव में स्नान किया था। कैफ ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था, जिसमें उन्होंने नदी में कूदने का अनुभव शेयर किया था।
यूपी में नाम बदलने के मुद्दे पर तीखी राजनीति
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा किए गए स्थानों के नाम बदलने को लेकर अपनी आलोचना जारी रखी। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम केवल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए था, और इसने राज्य में समाज को बांटने का काम किया। यादव ने कहा कि इस तरह के नाम परिवर्तन से लोगों की पहचान और संस्कृति को नुकसान हो सकता है।
उधर, योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के आयोजन में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को खारिज करते हुए इसे एक विश्वस्तरीय धार्मिक आयोजन बताया, जो पूरी दुनिया में सम्मानित हुआ है। उनके अनुसार, महाकुंभ से जुड़ी सकारात्मक बातें अधिक महत्वपूर्ण हैं, और किसी भी विपक्षी आलोचना से उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
राजनीतिक दृष्टिकोण से बड़ा मुद्दा बनता यूपी का महाकुंभ और नाम परिवर्तन
उत्तर प्रदेश में महाकुंभ और स्थानों के नाम बदलने पर जारी विवाद एक बड़े राजनीतिक मुद्दे में तब्दील हो गया है। इस पर लगातार दोनों प्रमुख दलों, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और समाजवादी पार्टी (SP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। अखिलेश यादव की सरकार पर आरोप है कि वह राज्य में विकास की बजाय सांस्कृतिक पहचान और राजनीति में ज्यादा रुचि ले रही है, जबकि योगी आदित्यनाथ इसे अपनी सरकार का एक बड़ा कदम मानते हैं जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
यह विवाद आने वाले चुनावों के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि यह मुद्दा न केवल धार्मिक भावनाओं को छेड़ता है, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक और राजनीतिक पहचान से भी जुड़ा हुआ है।
- कार्तिक